या यीशु को अपना ले
तू या कहदे उसे प्यार नहीं ×.....२
जो कुचला गया तेरी खातिर क्या वो भी तेरा दिलदार नहीं
कर याद जरा वो समां येशु घिरता यहां था वहां ×.....२
या भड़ के सलीब उठाले तू या कहदे उसे प्यार नहीं
जो कुचला गया तेरी खातिर क्या वो भी तेरा दिलदार नहीं
अब रूह की ताकत ले दिलों जान नज़र करदे ×.....२
या उसको बसने दे दिल में या कहदे उसे प्यार नहीं
जो कुचला गया तेरी खातिर क्या वो भी तेरा दिलदार नहीं
कोड़ों की मार सही और बोज सलीबी सहा ×.....२
या क़ुरबानी को याद तू कर या कहदे उसे प्यार नहीं
जो कुचला गया तेरी खातिर क्या वो भी तेरा दिलदार नहीं
या यीशु को अपना ले तू..
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