मैं खुदावंद तेरा शाफी हूँ
तेरा बोज उठाने वाला हूँ
और खून बहाने वाला हूँ
मैं खुदावंद तेरा .....
कोड़ो की मार है खाई
काँटों का ताज है पहना है
तेरे लिए सोली चढ़ कर
तेरे पाप मिटाने वाला हूँ.
मैं खुदावंद तेरा .....
तेरे गुणाहूँ का इब्जी
मन तेरे दरबान
में तेरी जान का लंगर हूँ
मैं तेरा बचाने वाला हूँ
मैं खुदावंद तेरा .....
तेरे गुनाहो के बदले
पेहलो भी छेदा गया था
मौत कर वो पयाला पी कर
तेरी मौत उठाने वाला हूँ
मैं खुदावंद तेरा .....
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